साल 2024 में आख़िरी के दो-तीन महीनों में भारतीय शेयर बाज़ारों में उठापटक शुरू हो गई थी.
26 सितंबर 2024 को सेंसेक्स 85,836 की ऊँचाई पर था और अब हाल ये है कि टूटते-टूटते ये ऊँचाई 75 हज़ार के आंकड़े के आस-पास पहुँच गया है.
नए साल में दलाल स्ट्रीट पर मंदड़ियों का कब्ज़ा सा हो गया है. विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक यानी एफ़पीआई [FPI]का शेयर बेचकर निकलने का सिलसिला जारी है.
जनवरी में अभी तक एफ़पीआई ने 69 हज़ार करोड़ रुपये की बिकवाली की, घरेलू संस्थागत निवेशकों (म्यूचुअल फंड्स) ने इसी दौरान 67 हज़ार करोड़ रुपये की ख़रीदारी कर बाज़ार को काफी सहारा दिया.
मुंबई शेयर बाजार (BSE) के बारे में जानना चाहते हैं? यहाँ कुछ बुनियादी बातें हैं जो आपको शुरुआत में मदद करेंगी:
शेयर बाजार क्या है? शेयर बाजार एक ऐसा स्थान है जहाँ कंपनियों के शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं। यह निवेशकों को कंपनियों में हिस्सेदारी खरीदने का मौका देता है।
BSE और NSE: भारत में दो प्रमुख शेयर बाजार हैं - बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE)। BSE भारत का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज है।
सेंसेक्स और निफ्टी: सेंसेक्स BSE का प्रमुख सूचकांक है, जो 30 प्रमुख कंपनियों के प्रदर्शन को दर्शाता है। निफ्टी NSE का प्रमुख सूचकांक है, जो 50 प्रमुख कंपनियों के प्रदर्शन को दर्शाता है
.IPO (Initial Public Offering): जब कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर बाजार में बेचती है, तो उसे IPO कहते हैं। यह कंपनियों को पूंजी जुटाने में मदद करता है।
डिमैट अकाउंट: शेयर खरीदने और बेचने के लिए आपको एक डिमैट अकाउंट की आवश्यकता होती है। यह एक इलेक्ट्रॉनिक खाता है जिसमें आपके शेयर सुरक्षित रहते हैं।
शेयर बाजार में निवेश: शेयर बाजार में निवेश करने से पहले, आपको कंपनी की वित्तीय स्थिति, बाजार की स्थिति और अन्य कारकों का विश्लेषण करना चाहिए।
जोखिम और लाभ: शेयर बाजार में निवेश जोखिम भरा हो सकता है, लेकिन सही जानकारी और रणनीति से आप अच्छा लाभ कमा सकते हैं